Saturday, May 9, 2020

नीमसराय (NeemSaraay) - रंजीता गुप्ता

गर्मीं के दिनों में हम अक्सर छत पर समय बिताते हैं, मुझे तो छत पर लेटकर आसमान को देखना और उड़ते बादलों से बनती अलग-अलग आकृतियों को खोजना बहुत अच्छा लगता है. 

प्रस्तुत पुस्तक कोई कहानी नहीं है, लेकिन बचपन की उन यादों को ताजा जरूर कर देगी आपकी जब आप भी बादलों में कल्पना की उड़ान भरते थे. (मैं तो खैर अभी भी बच्चा हूँ इस मामले में) 

तो प्रस्तुत है - नीमसराय (बादलों की दुनिया और कल्पना लोक का सफ़र) 




Disclaimer - Uploaded only to encourage children to read books and develop their knowledge and imagination. Ask to remove if you have any objection.

2 comments:

  1. बहोत बहोत शुक्रिया अनुपम भाई इस दुर्लभ पुस्तक के लिए !!!

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