रामनवमी की आप सभी दोस्तों को शुभ कामनाएं
आज मीना की कहानियों की श्रृंखला की अंतिम पुस्तक (हिंदी में प्रकाशित) आप सभी के सामने हैं. जैसे आज पूरा विश्व कोरोना से जूझ रहा है, वैसे ही इस पुस्तक में भी एक बेहद जानलेवा बीमारी (सौभाग्यवश अब इसे कण्ट्रोल करने की दवा उपलब्ध है) एड्स के बारे में जिक्र है कि किस प्रकार से हम एड्स के मरीज को हमेशा अपराधी के तौर पर देखते हैं और उससे बुरा व्यवहार करते हैं.
अपनी सोच को बदलें क्योंकि हरेक एड्स का रोगी गलत नहीं होता मैंने खुद अपने आस-पास ऐसे लोगों को देखा है जो दुर्घटना या संक्रमित खून चढ़ाने के कारण इसके शिकार बने हैं.
तो शिक्षाप्रद मीना की कहानियों की श्रंखला में अंक 12 - एक लड़की की कहानी का आनंद लेवें.