जनता हूँ, इस बार रफ़्तार बहुत कम हो गयी है, पर क्या करूँ, सभी ओर से जिम्मेदारियों है, इसी कारण 4 स्कैन हो चुकी पुस्तकें भी मैं एडिट और पोस्ट नहीं कर पा रहा हूँ. पर इसी बीच नेट पर दो शानदार पुस्तकें मिली - लोककथाओं पर. आशा है मेरी तरह ही आप सभी को लोक कथाएँ भाती होंगी. अगर ऐसा है तो डाउनलोड कीजिये और अपने स्वर्णिम भारत के किस्सों में खो जाइए ...
वैसे दोनों ही पुस्तकें आवरण-रहित हैं, शायद इसी शर्त पर स्कैन की गयी हों या दिक्कतों से बचने का अपलोड करने वाले का ये विचार हों, या शायद आवरण वाकई अनुपलब्ध हों. खैर जो भी है डाउनलोड करें और पढ़ें ....